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राष्ट्रीय संगोष्ठी का सफल आयोजन


एमिटी लॉ स्कूल ,एमिटी विश्वविदयालय उत्तर प्रदेश ,लखनऊ कैंपस द्वारा गीता दर्शन का भारतीय संविधान में मूर्तन विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी दिनांक 07/04/2022 से 09/04/2022 तक आयोजन किया गया । इस संगोष्ठी के उदधाटन अवसर पर मुख्य अतिथि के राजस्थान केन्द्रीय विश्विद्यालय की हिन्दी विभाग की अध्यक्ष प्रो. एन. लक्ष्मी अय्यर और विशिष्ठ अतिथि प्रो. दीपक प्रकाश त्यागी उपस्थित रहे । इस अवसर पर एमिटी लॉ स्कूल के निदेशक प्रो. जय प्रकाश यादव ने अतिथियों का स्वागत किया ,इस अवसर पर संस्था के प्रति कुलपति प्रो. सुनील धनेश्वर और अतिथियों ने संगोष्ठी की स्मारिका का विमोचन भी किया । इस सत्र के समापन पर संगोष्ठी के संयोजक डॉ. अमरेन्द्र श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापन किया । संगोष्ठी के दूसरे दिन जामिया मिलिया विश्वविद्यालय से पधारीं प्रो. इंदु विरेंद्रा, निदेशक जवाहर लाल केन्द्र और हिन्दी विभाग की अध्यक्ष ने हिन्दी सत्र की अध्यक्षता की और गीता के मूल्यों पर अपने विचार व्यक्त किये ।समानांतर चल रहे अंग्रेजी सत्र में प्रो. प्रीति सक्सेना और प्रो. अशद मालिक ने सत्र की अध्यक्षता की.  संगोष्ठी के अंतिम दिन प्रो. जय प्रकाश यादव ने सत्र की अध्यक्षता की और गीता दर्शन की प्रासंगिकता और भारतीय संविधान के मूल्यों पर प्रकाश डाला। संगोष्ठी के समापन सत्र में धर्म शास्त्र राष्ट्रीय विधि विश्विद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. बलराज चौहान मुख्य अतिथि के रूप में अपना सारगर्भित वक्तव्य दिया । इस संगोष्ठी ट्रिनिडाड से पंडित ज्ञान देव और विंग कमांडर प्रो. अनिल तिवारी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे । इस संगोष्ठी में कुल 30 प्रपत्रों का वाचन ऑनलाइन और ऑफ लाइन में किया । संगोष्ठी का संयोजन डॉ. अमरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने किया । इस अवसर पर डॉ. रेश्मा ,डॉ. अरविन्द सिंह ,डॉ. तपन चंदोला ,डॉ. अर्पिता कपुर ,डॉ. अक्षिता श्रीवास्तव व अन्य संकाय के सदस्य उपस्थित रहे ।





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