ईदगाह: बाल मनोविज्ञान आत्मीय संवेदना का आख्यान:सरिता देवी (प्रवक्ता-,हिन्दी ) वल्लभ स्नातकोत्तर महाविद्यालय मण्डी (हि.प्र.)
प्रेमचंद हिन्दी और उर्दू के सर्वाधिक लोकप्रिय उपन्यासकार , कहानीकार एवं विचारक थे। इनका जन्म 31 जुलाई 1880 को लमही , वाराणसी उत्तर प्रदेश ( भारत ) में हुआ था। इन्होंने सामाजिक एवं कृषक जीवन को आधार बनाकर लिखा इन्होंने आदर्शोन्मुख यथार्थवाद का अवलंब लेकर साहित्य का सृजन किया। सन् 1936 में इन्होंने ‘ अखिल भारतीय प्रगतिशील लेखक संघ ’ की स्थापना लखनऊ में की। इन्होंने सेवासदन , प्रेमाश्रम , रंगभूमि , निर्मला , गबन , कर्मभूमि , गोदार आदि डेढ़ दर्जन उपन्यास तथा कफन , पूस की रात , पंच परमेश्वर , बड़े घर की बेटी , बूढ़ी काकी , दो बैलों की कथा , अनाथ लड़की , अनुभव , आधार , आप - बीती , आभूषण , इज्जत का खून , जादू , यह भी नशा वह भी नशा इत्यादि कहानियाँ रचित की है। इन्होंने तीन सौ से भी अधिक कहानियाँ लिखी है। उर्दू और हिन्दी पत्रिकाओं जमाना , सरस्वती , माधुरी , मर्यादा , चाँद , सुधा आदि में इन्होंने लिखा है। इन्होंने हिन्दी जागरण पत्र तथा समाचार जागरण और साहित्यिक समाचार पत्रिका ‘ हंस ’ का