तेरा साथ:सारिका साहू

 


तुम बिन जग सूना

तुम हो तो हर पल अनमोल,

तुमसे ही जीवन में रस घोल।

जग अपना सा लगता है तब,

बिन तुम सब लागे सपना सब।


तुम्हारा हर रूप प्यारा

रूठना तेरा, तेरा अपनापन,

सब लगता है मुझको निज धन।

तुम्हारा होना, मेरे हमदम,

सच में रखता बहुत बड़ा दम।


परिस्थितियाँ बदलें भले

परिस्थिति का हो जो भी हाल,

बदलें गर अपने भी चाल।

आत्मिक रिश्ता अटल रहेगा,

यह भाव कभी न छलेगा।


तेरे सम्मान को

तुम्हें आघात न पहुँचे कोई,

अहंकार से भी लड़ जाऊँगी मैं वही।

तुम्हारा महत्त्व है मुझको अपार,

तुम्हारे लिए सब कुछ स्वीकार।


खट्टी-मीठी तकरार

छोटी बातों में उलझेंगे कभी,

झगड़ा होगा, सुलझेगा तभी।

तेरा रूठना, मेरा मनाना,

है जीवन का मीठा फ़साना।


हर पल तुम्हारा साथ

तुम्हारा साथ, तेरी बातें अनमोल,

तुम हो हमक़दम, हमजोली।

हर रूप में तुम साथ जो हो,

हर पल मेरा अर्थवान हो।


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