Posts

Showing posts with the label हिन्दी

हिन्दी कहानी का विकास: डॉ. शिप्रा श्रीवास्तव ‘सागर’

Image
       हिंदी कहानी वास्तव में आधुनिक युग की देन है जिसके अंतर्गत समयानुसार रचनाकारों ने मौलिक प्रयास के द्वारा कहानी कला के रूपों को सम्पन्न किया है। कहानी गद्य की एक महत्वपूर्ण विधा है। जिसका वास्तविक विकास मुख्यतः भारतेंदु के आगमन के पश्चात हुआ तदन्तर उसका विकास होता रहा है। अतएव हिंदी कहानी का उद्भव और विकास भारतेंदु के ही युग से माना जा सकता है। भारतेंदु के आगमन से पूर्व कथाओं का रूप आत्मिक और आध्यात्मिक जीवन की अभिव्यक्ति तथा नैतिक उपदेश का माध्यम थी और गद्य का परिष्कृत रूप भी साहित्य क्षेत्र में नहीं के बराबर था। प्राकृत , अपभ्रंश तथा चारण साहित्य में कथा तत्त्व प्राप्त हुए जिसमें मुख्यतः ‘ बीसलदेव रासो ’, ‘ पृथ्वीराज रासो ’ आदि रासो रचनाओं का स्वरुप सामने आता है। मध्यकालीन हिंदी आख्यानक काव्य का कथा - रूप प्रेम पर आधारित था - जायसी कृत ‘ पद्मावत ’, कुतुबन कृत ‘ मृगावती ’ तथा नल - दमयंती की कथा प्रेम पर आधारित कथा है। भारतेंदु युग तक आत